
विकास दिव्यकृति, भारत के लोकप्रिय शिक्षकों मई से एक है. आज हर व्यक्ति खुद को मोटीवेट करने के लिए उनकी बातें यूट्यूब पर सुनता है. वो ऐसी गहरी बातें करते है की हर व्यक्ति उनकी बातों को अपने जीवन के साथ आसानी से जोड़ पता है.
विकास दिव्यकृति Drishti IAS के संस्थापक है जो आज तक सेकड़ो आईएएस ऑफिसर्स को अपने इस स्टार्टअप से तैयार कर चुके है. शुरुआत में विकास दिव्यकृति इतने चर्चा में नहीं थे लेकिन जब से यूट्यूब ने शॉर्ट्स का फीचर लॉच किया तबसे यूट्यूब उसेर्स को ज्यादातर वीडियोस मई विकास सर की रील्स देखने को मिलती है.
विकास सर बारें मे सारी बातें जानने लिए आप यूट्यूब पर Joshtalk का वीडियो देख सकते है जिसमे उन्होंने बड़े ही अच्छे ढंग से अपने विचारो को प्रस्तुत किया है.
आज हम विकास सर की कुछ ऐसी गहरी बातें आपसे साझा करने वाले है जो आपको जीवन की असीम सफलता की और ले जाएगी।
जब जीवन में बहुत ज़्यादा तनाव महसूस हो तब क्या करना चाहिए
जैसा की आप सभी को पता है की विकास सर संदीप माहेश्वरी के स्टूडियो में भी लोगो को मोटीवेट कर चुके है. वहा पर विकास सर ने डिप्रेस्सेड लोगों के लिए एक बढ़िया सुझाव जो वाकई में बड़ा कमल का और यूनिक है.
सर ने कहा की “जब जब लगे की ज़िन्दगी बहुत ख़राब चल रही है तो में जो करता हु अजीब सा लगेगा आपको की में कभी कभी शमशान घाट चला जाता हु. या फिर ट्रामा सेंटर चला जाता हु. ट्रामा सेंटर चले जाईये और एक घंटा वह पर बिताइए मोटिवेशन आजाएगा। शमशान घाट में हमसे कम उम्र के लोग वह जल रहे होते है तो लगता है काम से काम हम ज़िंदा तो है.”
सर आगे कहते है की एक बहुत बड़े मनोवैज्ञानिक हुआ जिसका नाम है “ब्रेंटानो”. ब्रेंतानो ने ह्यूमन कॉन्सियसनेस पर एक रीसर्च की और उसने ये बताया की ह्यूमन कॉन्सियसनेस्स का एक बेसिक नेचर है की जो हमारे पास है वो हमें नज़र नहीं आता जो नहीं है वो नज़र आता है. तो “he Consciousness of lacking something is the nature of human consciousness.” इसी बात को एक प्रसिद्ध शेर में कहा गया है की “दुनिया जिए कहते है जादू का खिलौना है. मिलगया सो मिटटी है नहीं मिला वो सोना है”. तो जो आपको नहीं मिलेगा न वो हमेशा बड़ा होकर सामने आता और अगर मिलगया तोह वो छोटा हो जाता है। जब भी ज़िन्दगी में डिप्रेस्सेड फील हो तो कागज़ लेकर बैठिये और एक तरफ लिखिए मेरी ज़िन्दगी मई ऐसा क्या क्या है जो कई सारो के पास नहीं है पेज भर जाएगा पूरा। तो जो है उसको लेकर खुश रहिये और एन्जॉय कीजिये।
सक्सेस होने के लिए क्या करना जरुरी है जनिये विकास सर के विचार
सुसस्स होने के लिए सबसे पहले एक बड़ा विज़न होना जरुरी है. अगर आप सिर्फ पैसे के लिए सक्सेस होना चाहते है तो फिर आप बहुत ज़्यादा उलझन मई रहने वाले व्याकृ बन जाएंगे। मै ये नहीं कहता हु की पैसा जरुरी नहीं है पैसा जरुरी है लेकिन उसको अपना मूल व्यक्तित्व भूल गए तोह भी बड़ी गड़बड़ हो सकती है. फिर भलेही अप्पके पास पैसा होगा लेकिन ख़ुशी ख़ुशी नहीं रहेगी।
और जीवन का अंतिम उद्देश्य यही है की आप खुश रहे. मैंने ऐसे कई सारे लोगो को देखा है जो अपने काम से खुश नहीं है भले भी पैसा कमा रहे है क्यों की उनका मूल व्यक्तित्व उनको नौकरी से मिलता नहीं है।
इसीलिए मै आप लोगों से ये निवेदन करता हु की कभी भी ऐसा काम मत करना जिससे आप दुखी हो रहे है क्यों की वहा पर कोई मोटिवेशन काम नहीं करेगा।
अगर आपको ये विश्वास है की आप जो कर रहे है वो सही है इससे किसी का नुकशान नहीं है तो आप बस उस काम मैं अपने आपको झोक दीजिये वो काम एक दिन आपको सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति बना देगा।
जल्दी सफलता प्राप्ति के लिए क्या करे
देखिये सफलता जल्दी मिले या बहुत बाद मिले इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. फर्क सिर्फ इस बात से पड़ता है की आपको जो काम अभी कर रहे है वो पसंद है या नहीं। जिस काम में आपकी रूचि है उस काम में आप अपने आप इतने एक्सपर्ट होजाओगे की आपको सफलता मोह नहीं रहेगा। और हमेशा ऐसे लोगो ने इतिहास रचा है जिनमे कुछ अलग करने का जज़्बा हो.
जल्दी सक्सेस होने का यही एक मंत्र है की आप बस उस काम को अपने शरीर का हिस्सा मानलो और बस आपके दिमाग में हमेशा उस काम का भुत सवार हो। ऐसे लोग जो दुनिया से हटकर काम करते है उनपर शायद दुनिया हसती है लेकिन ऐसे ही लोग कुछ बड़ा करते है जो शायद उनके खानदान में किसी ने ना किया हो.
मै तो बस यही कहता हु की ऐसा काम करो जो आपको अच्छा लगे और जिससे किसी का नुकसान ना हो मेरा यकीन मानिये एक दिन आप निखरके लोगों के सामने आएँगे क्यों की उस काम को आपने पूरी शिद्दत के साथ किया था.
आप सोचिये अगर पूरी लगन से बल्ला घुमाने वाला व्यक्ति धोनी बन सकता है, पूरी लगन से फुटबॉल को लात मारने वाला व्यक्ति रोनाल्डो बन है तो आप क्यों सक्सेस नहीं होओगे।
हमारे विचारो का जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है
देखिये एक विचार ही है जो आपकी ज़िन्दगी बना सकता है या बिगड़ सकता सकता है. इसीलिए हमेशा आप अपने काम के बारे में सकारात्मक विचार रखिये। हमारा दिमाग हमेशा विचारो विचारो को पोसेस करता रहता है और विचार हम ज्यादातर सोचते है subconscious mind मे चला जाता है और अगर नेगेटिव बात आपके subconscious mind में चली गयी हमारे जीवन को गलत रूप में प्रभावित करती है।
मेरी आपके लिए ये राय है की आप सुसस्फुल लोगों की किताबे पढ़िए इससे आपको जीवन जीने का अलग नजरिया मिलेगा और आप कुछ अलग या हटके कर सकते है. देखिये कुछ अलग करने की सोच सबकि होती है लेकिन हालातो के हिसाब से उनकी सोच बदल जाती है. ये किताबे आपको अपनी सोच पर कायम रहना सिखाएगी। बेहतर होगा की आप अपनी फील्ड में हुए सक्सेस लोगों की किताबे पढ़े.
सुखी जीवन जीने के कुछ उपाय
सबसे पहले अपने आपसे या किसी और ज्यादा उम्मीदे नहीं रखनी चाहिए क्युकी जब उम्मीदे टूटती है तोह व्यक्ति पूरा अंदर से बिखर जाता है. मैंने ऐसे कई सारे पेरेंट्स को देखा है जो अपने बच्चो से बहुत सारी उम्मीदे रखते है लेकिन बच्चे इस बात को इतना सीरियस ले लेते है की जब वे जीवन में किसी असफलता का मुकाबला करते है तोह हमेशा तनावग्रस्त रहते है. यही समस्या आगे जाकर डिप्रेशन का कारण बन जाती है.
ज्यादातर मिडिल क्लास परिवारों में जन्म लेने से पहले ही उसका प्रोफेशन तय कर लिया जाता है कि बच्चा बड़ा होकर क्या बनेगा। अधिकतर मामलो में पेरेंट्स अपने जीवन मे कुछ हासिल करपाए वो बच्चो पर थोप देते है जबकि एक अच्छा इंसान बनाना पहली प्रायोरिटी होनी चाहिए।